शनिवार, 9 अप्रैल 2016

भगवा मेरी शान,तिरंगा मेरी जान

भगवाध्वज इस देश की सांस्कृतिक पताका है और मुझे इस पर गर्व है।
    भगवाध्वज के सम्मान का अर्थ कदापि यह नहीं है कि इसका सम्मान करने वाले राष्ट्रीयध्वज का सम्मान नहीं करते है।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भगवाध्वज को अपना "गुरु" मानता है ठीक वैसे ही जैसे सिख पंथ "श्रीगुरु ग्रन्थ साहिब' को मानता है।
जिस प्रकार सिख पंथ द्वारा "श्रीगुरु ग्रन्थ साहिब" के सम्मान का अर्थ यह नहीं है कि सिख संविधान का सम्मान नहीं करते हैँ, ठीक उसी प्रकार संघ द्वारा भग्वाध्वज के सम्मान का अर्थ राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे का अपमान नहीं है।
भगवाध्वज देश का सांस्कृतिक राष्ट्रीय ध्वज है तो तिरंगा संवैधानिक राष्ट्रीयध्वज, भगवा हमारे सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का प्रतीक है तो तिरंगा हमारे स्वाधीनता संघर्ष और हमारी राजनितिक अस्मिता का प्रतीक है..!

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